दुल्हन किसकी हुई – Vikram Betal Stories – विक्रम बेताल की कहानी

dulhan-kiski-hui Vikram Betal Stories

” दुल्हन किसकी हुई ” – Vikram Betal Stories

Vikram Betal story , दोस्तों ये बहुत ही मजेदार और रोमांच से भरपूर  Betaal Pachisi में से एक कहानी है Dulhan Kiski hui  .

तो चलिए शुरू करते है आज की ये कहानी :-

तो  ये  Vikram aur Betaal हिंदी कहानी कुछ इस तरह से शुरू होती है :-  

राजस्थान के गाँव मे एक छोटे सा परिवार रहता था। एक दिन गरिचन्द के घर पर उनके रिश्तेदार आते है।

रिश्तेदार कहते है – अब आपकी बेटी बड़ी हो गयी है। उसके लिए एक अच्छा सा लड़का देखकर शादी कर दीजिये।

गरिचन्द कहते है – अब हमारी बेटी नीतू बड़ी हो गयी है। अब इसके लिए अच्छा सा लड़का देखकर इसकी शादी कर देनी चाहिये।

नीतू की माँ कहती है – ‘हाँ’ आप सही कह रहे हो।

 

( अगले दिन गरिचन्द अपने रिश्तेदार के घर जाते है। वहाँ पर उनकी नज़र एक लड़के पर जाती है )

गरिचन्द उसके पास जाकर कहते है – बेटा, तुम्हारा नाम क्या है? , मेरा नाम धीरज है।

धीरज, क्या तुम अपने पिता जी मुझे मिलवा सकते हो। मुझे तुम्हारे पिताजी से कुछ बात करनी है।

 

( फिर धीरज, गरिचन्द को अपने पिताजी से मिलवाता है )

गरिचन्द कहते है – मेरी एक बेटी है और मैं अपनी बेटी के लिए वर ढूंढ रहा हूँ। मुझे आपका बेटा बहुत पसंद है।

( धीरज के पिताजी मान जाते है और रिश्ता पक्का हो जाता है )

गरिचन्द मिठाई लेकर घर जाते है और अपनी पत्नी को आवाज लगते है – अरे सुनती हो, कहाँ हो। मैं तुम्हें एक खुशखबरी सुनाता हूँ।

पत्नी भी कहती है – मैं भी आपको एक खुशखबरी सुनाना चाहती हूँ।

गरिचन्द कहते है – पहले तुम सुनाओ। वह कहती है – मैने नीतू के लिए एक लड़का पक्का कर दिया है।

गरिचन्द चौक जाते है, और कहते है – तुम्हें रिश्ता पक्का करने से पहले मुझसे पूछना चाहिए था। मैंने भी एक रिश्ता पक्का कर दिया है।

 

तभी पीछे से नीतू का भाई आ जाता है, और कहता है – माँ, जल्दी आओ, एक खुशखबरी है। मैने नीतू के लिए एक लड़का पक्का कर दिया है। उसका परिवार बहुत अच्छा है।

यह सुनकर वह उदास हो जाते है और सारी बात अपने बेटे को बता देते है।

बेटा कहता है – हम उन तीनों को कल घर पर बुलाते है और जो लड़का सही होगा। उसकी शादी नीतू से कर देंगे।

 

( अगले दिन तीनो लड़के घर पर आते है )

थोड़ा समय बीत जाने के बाद नीतू अपने कमरे से तैयार होकर जैसे ही उनके सामने आती है तभी पीछे से एक साँप आ जाता है और नीतू को काट लेता है।

वह जोर से चिल्लाती है। सब लोग उसके पास जाकर देखकर कहते है – अरे, इसे तो साँप ने काट लिया है। जाओ जल्दी वैध को बुलाकर लाओ।

वैध नीतू को देखकर कहते है – नीतू के पूरे शरीर मे साँप का जहर फैल चुका है। माफ कीजिये, नीतू अब मर चुकी है।

तीनो लड़के गरिचन्द से कहते है – हम नीतू का दाह संस्कार करेंगे और उसकी अस्थियां अपने साथ लेकर जाएंगे।

Vikram betal Stories in Hindi

 

( दाह संस्कार के बाद तीनों लड़के उसकी अस्थियां लेकर चले जाते है )

पहला और दूसरा लड़का अपने घर चले जाते है और तीसरा लड़का एक तांत्रिक के पास जाकर रहने लगता हैं।

एक दिन तांत्रिक आग जलाकर मन्त्र पढ़ रहा होता है, अचानक उसका छोटा बेटा आग में पत्थर डालने लगता है।

उसकी माँ अपने बेटे के पास आकर कहती है – बेटा.. मैने तुमसे मना किया था, कि जब तुम्हारे पिताजी मन्त्र पढ़ा करे, तब तुम यहाँ मत आया करो।

 

( तांत्रिक का ध्यान मन्त्र से हट जाता है और गुस्से में अपने बेटे को उस आग में डाल देता है )

जिससे वह बच्चा मर जाता है। उसकी माँ फूट – फूट कर रोती है।

तीसरा लड़का यह सब देखकर बहुत गुस्सा करता है और कहता है – कैसे बाप हो तुम, अपने ही बेटे को मार दिया।

फिर वह तांत्रिक कमरे से एक किताब लाकर उस अग्नि के पास बैठकर मन्त्र पड़ता है मन्त्र पढ़ते – पढ़ते उसका बेटा आग से जिंदा होकर बाहर आ जाता है।

यह देखकर वह चौक जाता है और कहता है – क्या मंत्र पढ़ने से किसी को भी जिंदा किया जा सकता है ?

‘ हाँ ‘ तंत्र विद्या की इस किताब से किसी की भी अस्थियों को इकठ्ठा करके मंत्र पढ़कर उसे जिंदा किया जा सकता है।

 

( एक दिन जब घर पर कोई नही होता है तो वह किताब को उठाकर चला जाता है )

अगले दिन सुबह वह लड़का पहले और दूसरे लड़के को बुलाता है और कहता है – इस किताब से हम मन्त्र पढ़कर किसी को भी जिंदा कर सकते है।

हम तीनों , नीतू की अस्थियों को यहाँ लेकर आते है। वे तीनों अस्थियों को लाकर इकठ्ठा कर देते है।

 

( तीसरा लड़का उस किताब से मन्त्र पड़ता है )

मन्त्र पढ़ते – पढ़ते नीतू जिंदा हो जाती है।

अब वे तीनों लड़के नीतू से शादी करने के लिए एक दूसरे से लड़ने लगते है। नीतू को कुछ समझ नही आता है।

अब बेताल विक्रम से कहता है – वे तीनों आपस मे नीतू से शादी करने के लिये लड़ने लगते है। फिर वे तीनों नीतू को ही अपना जीवन साथी चुनने के लिए कह देते है।

अब बताओ, नीतू ने किसको अपना जीवन साथी चुना होगा।

 

उत्तर जानने से पहले आप सब सोचिये कि, नीतू ने अपना जीवन साथी चुना ?

बिलकुल ईमानदारी से अपने उत्तर नीचे कमेंट में बताईये |

विक्रम का उत्तर:-

नीतू ने पहले लड़के को चुना होगा, क्योंकि तीसरे लड़के ने उसे जिंदा किया था, इसलिए वह उसके पिता के समान हुआ और दूसरा लड़के ने अंतिम क्रिया की थी,

इसलिए वह उसके बेटे के समान हुआ। वह सिर्फ पहले लड़के से शादी कर सकती थी।

 

Vikram aur Betaal , यह सुनकर बेताल तुरंत उसी वीरान जंगल में उसी पेड़ के पास चला गया |

तो दोस्तों कैसी कैसी लगी ये कहानी , अगली कहानी के लिए  Vikram Betal stories ,  Betaal Pachisi के साथ जुड़े रहिये |

 

आप ये भी पढ़ सकते हैं :-

Vikram Betal story in Hindi उसका पति कौन है ?

 

कहानी लालच की Moral Story in Hindi

 

साधू की हत्या – Tenali Raman Story

 

तो दोस्तों अगर आपको ये कहानी  Vikram Betal Story in HindiDulhan Kiski hui अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ  Social media पर  Shareभी कर देना। 

 

तो मिलते है एक नयी कहानी में  ( Moral Story in Hindi ) की जुबानी में।

Leave a Comment