जादुई छाता और पानी | Best Moral Story for kids and Adults in Hindi

Moral Story for Kids in Hindi , दोस्तों आज की इस Hindi Moral Stories में आपको एक बहुत अच्छी बात  सीखने को मिलेगी।

ये कहानी रोचक होने के साथ – साथ एक सीख भी देगी इस कहानी को अपने Family के साथ जरूर पढ़ना। 

Moral stories have been a part of human culture for generations. They serve as a powerful tool to convey valuable life lessons in an engaging and memorable way.

Not only are these stories entertaining, but they also leave a lasting impact on both kids and adults.

In this article, we will explore some of the best moral stories that resonate with people of all ages.

तो चलिए शुरू करते हैं आज की मजेदार जादुई छाता और पानी की कहानी।


जादुई छाता और पानी – Moral Story for Kids in Hindi

अंशु नाम का एक लड़का था। एक दिन वह स्कूल जा रहा था, तभी बीच मे बारिश शुरू हो जाती है। बारिश में भीगते हुए अंशु अपनी क्लास में जाता है।

टीचर उसे देखकर गुस्सा करती है और कहती है – अंशु, मैने तुमसे कितनी बार कहा है, कि जब भी बारिश हो अपने साथ छाता लेकर आया करो।

आज तुम क्लास में नही आओगे, यही तुम्हारी सजा है।

अंशु को देखकर सभी उसका मजाक उड़ाते है।

वह उदास होकर घर चला जाता है और अपने पापा से कहता है – पापा, आप मुझे छाता क्यों नही दिलवाते।

पापा धीमी आवाज में कहते है – बेटा, मैं तुम्हें जल्द ही छाता दिलवा दूँगा।

अगले दिन अंशु स्कूल के लिए  चल देता है, तभी अचानक बीच रास्ते मे बारिश शुरू हो जाती है।

वह दौड़कर एक पेड़ के नीचे जाकर खड़ा हो जाता है। काफी देर तक वह खड़ा रहता है। तभी उसे पेड़ के पास एक छाता मिलता है।

जादुई छाता और पानी | Best Moral Story for kids and Adults in Hindi

छाता लेकर अंशु तुरंत स्कूल चला जाता है। जब स्कूल की छुट्टी होती है, तभी अचानक जोर से आंधी आती है और बारिश शुरू होने लगती है।

जैसे ही सभी लोग अपना छाता निकाल कर बाहर आते है। हवा के वजह से दो – तीन बच्चो के छाते उड़ जाते है।

तभी अंशु कहता है – आओ दोस्त , मेरे छाते में आ जाओ।

जैसे ही वे बच्चे छाते के अंदर आते है, वह ‘छाता बड़ा हो जाता है।’ यह देखकर सभी बच्चे उस छाते के अंदर आ जाते है।

फिर देखते – देखते कुछ और लोग भी उसके छाते के नीचे आ जाते है और छाता बड़ा होता जाता है।

घर पहुँचने के बाद अंशु के घर पर एक सेठ आते है और जोर से आवाज लगाते है – अंशु कहाँ हो ? बाहर आओ।

अंशु और उसके पापा बाहर आकर कहते है – क्या हुआ, सेठ जी ?

सेठ कहते है – अंशु के पास एक ‘जादुई छाता‘ है। जो बड़ा हो जाता है।

अंशु तुरन्त वह छाता सेठ को दे देता है। सेठ उस छाते को खोलकर कहते है – तुम तीनो इस छाते के अंदर आ जाओ।

वे तीनों जैसे ही उस छाते के नीचे आते है। वह छाता तुरन्त बड़ा हो जाता है।

फिर सेठ कहते है – इस छाते से हम एक साल के लिए बारिश का पानी बचा सकते है। हम अंशु को गाँव और तालाब के बीच मे खड़ा कर देंगे।

जिससे गाँव के सारे लोग इस छाते के नीचे आ जाएंगे और यह छाता बड़ा होता जाएगा।

अगले दिन बारिश होती है और अंशु गाँव के बीच मे छाता लेकर खड़ा हो जाता है। सारे लोग छाते के नीचे आ जाते है।

जिससे वह छाता और बड़ा होता  जाता है और बारिश का सारा पानी तालाब में चला जाता है। जिससे बारिश का पानी कई सारे कामो में लिया जाता है।

(Moral Story for Kids and Adults)

दोस्तों अगर हमे दुसरो की मदद करने का मौका मिले तो हमे मदद जरूर करनी चाहिए , एक बार मदद करके देखिये , सच में बहुत खुशी मिलती है।


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Conclusion:

निष्कर्षतः Moral Story for Adults के इस लेख में नैतिक कहानियाँ अमूल्य खज़ाना हैं जो पीढ़ियों और संस्कृतियों को जोड़ती हैं। वे जीवन के पाठों को मनोरम यादों में पिरोते हैं, जिससे सीखने को आनंददायक और प्रभावशाली बनाते हैं।

ये कहानियाँ सिर्फ बच्चों के लिए नहीं हैं, बल्कि हम सभी के अंदर के बच्चे के लिए हैं, जो हमें उन मूल मूल्यों की याद दिलाती हैं जो हमारी मानवता को परिभाषित करते हैं।

Hindi Moral Stories  , तो दोस्तों अगर आपको इस कहानी से कुछ सीखने को मिला और आपको ये कहानी अच्छी लगी हो तो इसेअपने दोस्तों के साथ Social media पर Shareभी कर देना। 

तो मिलते है एक नयी कहानी में  ( Moral Story in Hindi ) की जुबानी में।

( Moral Story for kids in Hindi )

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